के.एस. ईश्वरप्पा
बीजेपी से निष्कासित नेता के.एस. ईश्वरप्पा की एक बार फिर से पार्टी में वापसी हो सकती है. ईश्वरप्पा ने खुद इस बात के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि बीजेपी ही उनकी जिंदगी है ऐसे में किसी दूसरी राजनीतिक पार्टी में शामिल होने का का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि
वो बीजेपी के सीनियर नेताओं से मिलने के बारे में सोच रहे हैं और पार्टी के अंदर ऐसे कई लोग हैं जो उनकी वापसी के लिए भी तैयार हैं.
पिछले साल बीजेपी ने कर्नाटक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा पर एक्शन लेते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ बगावत करते हुए शिवमोगा से निर्दलीय तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. दरअसल ईश्वरप्पा प्रदेश बीजेपी प्रमुख बी वाई विजयेंद्र और उनके पिता एवं वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा पर उनके (ईश्वरप्पा) बेटे के.ई. कांतेश को हावेरी से टिकट देने से इनकार करने का आरोप लगाते हुए चुनाव मैदान में उतर गए थे. विजयेंद्र के भाई और मौजूदा सांसद बी वाई राघवेंद्र शिवमोगा से बीजेपी के उम्मीदवार थे.
‘कार्यकर्ताओं ने मेरी वापसी की मांग की है’
रविवार (29 जून) को पत्रकारों से बात करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा ‘मुझे विस्तृत जानकारी नहीं है. मैंने सिर्फ खबरों के जरिए सुना है कि कुरुबा समुदाय (जिससे मैं आता हूं) के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक बैठक की और मेरी वापसी की मांग की. उनमें से कुछ ने मेरे बारे में अच्छी बातें कीं इसके अलावा मुझे कुछ भी पता नहीं है’. ईश्वरप्पा ने कहा ‘हिंदुत्व मेरी सांस की तरह है. मैं हिंदुत्व के कारण ही बीजेपी में शामिल हुआ. भले ही मैं मर जाऊं, लेकिन मैं बीजेपी या हिंदुत्व को नहीं छोड़ूंगा. इसलिए किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता’.
‘कांग्रेस और सपा ने मुझे आमंत्रित किया था’
उन्होंने कहा ‘मैं बीजेपी के अलावा कहां जाऊंगा? पार्टी मेरी जिंदगी है’. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के कुछ मंत्रियों ने उनसे संपर्क किया था और उन्हें और उनके बेटे के लिए उपयुक्त पदों की पेशकश की थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी उन्हें आमंत्रित किया था.